महिला विशेष कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Categories
Featured Books
  • मशरूफियत

    मशरूफियत मशरूफियत इस कदर होगयी हैँ जैसे कभी मैं वो थी ही नहीं अपनों के बिच रह कर...

  • इतना तो चलता है - 2

    बात करते है इतना तो चलता है यार।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी बात बात पे ..तुम्हे छूता...

  • सजावटी मुस्कुराहट

    सजावटी मुस्कुराहट लोग कहते हैं मैं एक अच्छी अदाकारा हूं रुख पर मुस्कान रख दुनिया...

आई कैन सी यू - 17 By Aisha Diwan Naaz

अब तक कहानी में देखा के लूसी को कोई लड़का मिला जो कॉलेज कैंपस के ग्राउंड में रखे बेंच पर उदास बैठा था। लूसी उस से उसकी उदासी का कारण पूछ रही थी के रोवन ने उसे बालकनी से अकेले में ब...

Read Free

बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 6 By नीतू रिछारिया

बच्चे कि पांचो इन्द्रिया गर्भ में ही डेवलप हो जाती है—बच्चे कि पांचो इन्द्रिया गर्भ में ही डेवलप हो जाती है। मानव शरीर में पांच इंद्रियां होती है - छूना, चखना, सूँघना, सुनना , देखन...

Read Free

पीरियड शर्म है, एक टैबू है, डर है.....i By piku

ये 1994 की गर्मियों की बात है। आठवीं की परीक्षाएं खत्म हो चुकी थीं और जून की तपती दोपहरियों में दिन भर सिर्फ खेलने, आम खाने और मौज करने का अनवरत सिलसिला चल रहा था। तभी एक दिन अचानक...

Read Free

स्वस्थ, सुंदर, गुणवान, दीर्घायु-दिव्य संतान कैसे प्राप्त करे? - भाग 2 By Praveen kumrawat

गर्भ धारण संस्कार क्या है?गर्भ संस्कार को समझने के साथ साथ गर्भ धारण संस्कार को समझाना भी जरुरी है, गर्भसंस्कार की प्रक्रिया गर्भधारण (conceive) करने के साथ ही शुरू हो जाती है। यह...

Read Free

मशरूफियत By SARWAT FATMI

मशरूफियत मशरूफियत इस कदर होगयी हैँ जैसे कभी मैं वो थी ही नहीं अपनों के बिच रह कर खुद को तन्हा पाया अकेलेपन को अपना दोस्त बना लिया खुद को मशरूफ रख खुद मे खुशियां ढूंढ़ने लगी पास सब थ...

Read Free

बेटी साँवली पैदा हुई तो जहर दे दिया........ By piku

हमारे गांव में एक कहावत बड़ी प्रचलित थी, जिसे घर की बड़ी-बूढ़ी औरतें हर उस बहू को सुनातीं, जो पेट से होती। कहावत थी- "कथरी हो तो सुथरी, बिटिया हो तो उजरी।" मतलब कि कथरी यानी बिछौना...

Read Free

औरत का कोई अधिकार नहीं ?? By piku

• मैरिटल रेप यानी अपनी पत्नी के साथ बलात्कार कोई अपराध नहीं है।• पति अगर अपनी पत्नी के साथ अप्राकृतिक सेक्स यानी एनल सेक्स यानी गुदा मैथुन करे तो वो भी बलात्कार नहीं है।एनल सेक्स य...

Read Free

इतना तो चलता है - 2 By Komal Mehta

बात करते है इतना तो चलता है यार।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी बात बात पे ..तुम्हे छूता है,कभी तुम्हारे शोल्डर पर कभी तुम्हारे हाथ को,और तुम कैसे ये सोच सकते हो,कीइतना तो चलता है।यदि तुम्...

Read Free

सदाबहार के फूल By Sharovan

सदाबहार के फूल ***यदि सदाबहार ने उसका साथ दिया तो गोद तो उसकी भरेगी ही, घर का आंगन भी किलकारियों की तंरग से भर जायेगा। यह भेद भी केवल वह जानेगी और सदाबहार। इन्हें तो कुछ पता ही नही...

Read Free

ज़रा हटके ज़रा बचके - मूवी रिव्यू: By Chirag Kakkad

हैलो दोस्तों, में चिराग कक्कड़ कुछ नया करने का प्रयास कर रहा हूं और आज मैं आपको "ज़रा हटके ज़रा बचके" मूवी का रिव्यू देने वाला हूँ। ज़रा हटके ज़रा बचके मूवी रिव्यू: मैं आपको मूवी क...

Read Free

सजावटी मुस्कुराहट By SARWAT FATMI

सजावटी मुस्कुराहट लोग कहते हैं मैं एक अच्छी अदाकारा हूं रुख पर मुस्कान रख दुनिया को बदलने की चाहत में फिर सुबह एक नहीं किरण के साथ चल पड़ती हूं  कितनी भी रुकावट होती है बस एक सजावट...

Read Free

एक गृहणी By Asmita Madhesiya

लड़की जब तक अपने मां के घर में रहती है , या ये कह लो की लड़की जब तक अपने पिता के घर में रहती है तब तक उसका जीवन बिल्कुल अलग होता है । और जब उसका विवाह हो जाता है तब वो बिल्कुल जीवन...

Read Free

जिद्दी मोहब्बत - 1 By Gumnaam shayar

 **खुशी का ऑफिस का पल**मुंबई के सीनियर सरकारी ऑफिस में, खुशी सिंह राठौड़ अपने कार्यालय में बैठी थी। कमरे की दीवारें सुनहरे रंग की लकड़ी की थीं, और हर कोने में फाइन फर्नीचर था। कमरे...

Read Free

सेकेण्ड वाइफ़ - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

 भाग-4 प्रदीप श्रीवास्तव इस संशय के बीच एक बजते ही मैं बात करने के लिए मोबाइल उठाता और फिर रख देता। डर यह भी था कि कहीं धनश्री जाग गई तो? बड़ी देर तक तरह-तरह की उलझनों से लड़न...

Read Free

लड़कियां बस प्यार ही देंगी, और लडके धोखा..... By piku

ऐसा नहीं कि मेरे घर में प्रेम करने की मनाही थी। लेकिन सही-गलत, नैतिक-अनैतिक के एक हजार नियम जरूर थे और वो सारे नियम लड़कियों के लिए थे।जब मैं स्कूल पास कर कॉलेज जा रही थी तो एक दिन...

Read Free

सुकून By SARWAT FATMI

सुकून  कभी तेरे लिए मैं,और मेरे लिए तुम एक अजनबी थे  पर अब मेरी जिंदगी बन गए हो मेरे दिल के सुकून बन गए हो मेरे हर खुशी अब तुमसे ही है तेरे बिना एक पल भी गुजारा भी नामुमकिन है  कब...

Read Free

नजायज रिश्ते - भाग 14 By Gurwinder sidhu

,कमल ओर जोत अभी भी इक दूसरे से चिपके हुए थे।कमल के साथ जोत का पूरा जोबन और भी खिल चुका था। जोत का गोरा गोरा बदन और भी ज्यादा मीठी मीठी खुशबू खिलार रहा था। कमल ने भी नसे की हालत में...

Read Free

नुसरत - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग 4 “वास्तव में यह बात खुली ऐसे कि, एक बार ऐसी ही एक पार्टी में झगड़ा हो गया। सब के सब नशे में तो थे ही। उनकी गाली-गलौज, हुड़दंग से पड़ोसी जाग भी सकते हैं, उन सब ने ऐसा सोच...

Read Free

लागा चुनरी में दाग़--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

और जब डाक्टर सतीश ने अमोली को वहाँ देखा तो वो उससे बोले... "अमोली! तुम और यहाँ" "हाँ! सतीश! मैं ही हूँ",अमोली सतीश से बोली... "लेकिन तुम तीन चार सालों से कहाँ थी"?,सतीश ने अमोली से...

Read Free

भूले नहीं भूली जाती By SARWAT FATMI

आंखे नम हैँ ज़ुबान लड़खड़ा रही हैँ शायद कुछ कहना हैँ ,पर जज़्बातों ने रोक लिया ,क्यों  ??? पता नहीं जिंदगी युही चलती रहेगी और ज़स्बात मेरे दिल के किसी कोने मे दबी रह जाएगीरातों मे तेरी...

Read Free

आज़ादी एक सच या झूठ? By Sanket Gawande

आज देश को आज़ाद हुए पूरे 78 साल हो गए। लेकिन क्या हम वाकई आज़ाद हैं? क्या हमारी बेटियाँ, हमारी बहनें, इस देश में सुरक्षित महसूस करती हैं? कोलकाता की हालिया घटना ने हमारे समाज के भी...

Read Free

मीरा प्रेम का अर्थ - 2 - अतीत की धुंधली तस्वीरें By sunita maurya

माधव उन दोनो को एक टक देखे जा रहा था....वो काफी हेरानी से देख रहा था....उसके सामने 2 लड़कियां थी जो बेहोश हालत में थी...उसमे से एक लड़की जिसपर उसकी नज़र टिकी हुई थी... .. ....कुछ स...

Read Free

सौतेली माँ से माँ बनने का सफर...... भाग - 6 By Tripti Singh

एक महीने बाद एक महीना बीत चुका था त्रिवेणी और शिवराज जी के विवाह को इन महीना में त्रिवेणी ने अखंड के साथ-साथ उस घर को भी बहुत अच्छे संभाल लिया था। जिसे देखते हुए बुआ जी भी अब अपने...

Read Free

आई कैन सी यू - 17 By Aisha Diwan Naaz

अब तक कहानी में देखा के लूसी को कोई लड़का मिला जो कॉलेज कैंपस के ग्राउंड में रखे बेंच पर उदास बैठा था। लूसी उस से उसकी उदासी का कारण पूछ रही थी के रोवन ने उसे बालकनी से अकेले में ब...

Read Free

बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 6 By नीतू रिछारिया

बच्चे कि पांचो इन्द्रिया गर्भ में ही डेवलप हो जाती है—बच्चे कि पांचो इन्द्रिया गर्भ में ही डेवलप हो जाती है। मानव शरीर में पांच इंद्रियां होती है - छूना, चखना, सूँघना, सुनना , देखन...

Read Free

पीरियड शर्म है, एक टैबू है, डर है.....i By piku

ये 1994 की गर्मियों की बात है। आठवीं की परीक्षाएं खत्म हो चुकी थीं और जून की तपती दोपहरियों में दिन भर सिर्फ खेलने, आम खाने और मौज करने का अनवरत सिलसिला चल रहा था। तभी एक दिन अचानक...

Read Free

स्वस्थ, सुंदर, गुणवान, दीर्घायु-दिव्य संतान कैसे प्राप्त करे? - भाग 2 By Praveen kumrawat

गर्भ धारण संस्कार क्या है?गर्भ संस्कार को समझने के साथ साथ गर्भ धारण संस्कार को समझाना भी जरुरी है, गर्भसंस्कार की प्रक्रिया गर्भधारण (conceive) करने के साथ ही शुरू हो जाती है। यह...

Read Free

मशरूफियत By SARWAT FATMI

मशरूफियत मशरूफियत इस कदर होगयी हैँ जैसे कभी मैं वो थी ही नहीं अपनों के बिच रह कर खुद को तन्हा पाया अकेलेपन को अपना दोस्त बना लिया खुद को मशरूफ रख खुद मे खुशियां ढूंढ़ने लगी पास सब थ...

Read Free

बेटी साँवली पैदा हुई तो जहर दे दिया........ By piku

हमारे गांव में एक कहावत बड़ी प्रचलित थी, जिसे घर की बड़ी-बूढ़ी औरतें हर उस बहू को सुनातीं, जो पेट से होती। कहावत थी- "कथरी हो तो सुथरी, बिटिया हो तो उजरी।" मतलब कि कथरी यानी बिछौना...

Read Free

औरत का कोई अधिकार नहीं ?? By piku

• मैरिटल रेप यानी अपनी पत्नी के साथ बलात्कार कोई अपराध नहीं है।• पति अगर अपनी पत्नी के साथ अप्राकृतिक सेक्स यानी एनल सेक्स यानी गुदा मैथुन करे तो वो भी बलात्कार नहीं है।एनल सेक्स य...

Read Free

इतना तो चलता है - 2 By Komal Mehta

बात करते है इतना तो चलता है यार।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी बात बात पे ..तुम्हे छूता है,कभी तुम्हारे शोल्डर पर कभी तुम्हारे हाथ को,और तुम कैसे ये सोच सकते हो,कीइतना तो चलता है।यदि तुम्...

Read Free

सदाबहार के फूल By Sharovan

सदाबहार के फूल ***यदि सदाबहार ने उसका साथ दिया तो गोद तो उसकी भरेगी ही, घर का आंगन भी किलकारियों की तंरग से भर जायेगा। यह भेद भी केवल वह जानेगी और सदाबहार। इन्हें तो कुछ पता ही नही...

Read Free

ज़रा हटके ज़रा बचके - मूवी रिव्यू: By Chirag Kakkad

हैलो दोस्तों, में चिराग कक्कड़ कुछ नया करने का प्रयास कर रहा हूं और आज मैं आपको "ज़रा हटके ज़रा बचके" मूवी का रिव्यू देने वाला हूँ। ज़रा हटके ज़रा बचके मूवी रिव्यू: मैं आपको मूवी क...

Read Free

सजावटी मुस्कुराहट By SARWAT FATMI

सजावटी मुस्कुराहट लोग कहते हैं मैं एक अच्छी अदाकारा हूं रुख पर मुस्कान रख दुनिया को बदलने की चाहत में फिर सुबह एक नहीं किरण के साथ चल पड़ती हूं  कितनी भी रुकावट होती है बस एक सजावट...

Read Free

एक गृहणी By Asmita Madhesiya

लड़की जब तक अपने मां के घर में रहती है , या ये कह लो की लड़की जब तक अपने पिता के घर में रहती है तब तक उसका जीवन बिल्कुल अलग होता है । और जब उसका विवाह हो जाता है तब वो बिल्कुल जीवन...

Read Free

जिद्दी मोहब्बत - 1 By Gumnaam shayar

 **खुशी का ऑफिस का पल**मुंबई के सीनियर सरकारी ऑफिस में, खुशी सिंह राठौड़ अपने कार्यालय में बैठी थी। कमरे की दीवारें सुनहरे रंग की लकड़ी की थीं, और हर कोने में फाइन फर्नीचर था। कमरे...

Read Free

सेकेण्ड वाइफ़ - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

 भाग-4 प्रदीप श्रीवास्तव इस संशय के बीच एक बजते ही मैं बात करने के लिए मोबाइल उठाता और फिर रख देता। डर यह भी था कि कहीं धनश्री जाग गई तो? बड़ी देर तक तरह-तरह की उलझनों से लड़न...

Read Free

लड़कियां बस प्यार ही देंगी, और लडके धोखा..... By piku

ऐसा नहीं कि मेरे घर में प्रेम करने की मनाही थी। लेकिन सही-गलत, नैतिक-अनैतिक के एक हजार नियम जरूर थे और वो सारे नियम लड़कियों के लिए थे।जब मैं स्कूल पास कर कॉलेज जा रही थी तो एक दिन...

Read Free

सुकून By SARWAT FATMI

सुकून  कभी तेरे लिए मैं,और मेरे लिए तुम एक अजनबी थे  पर अब मेरी जिंदगी बन गए हो मेरे दिल के सुकून बन गए हो मेरे हर खुशी अब तुमसे ही है तेरे बिना एक पल भी गुजारा भी नामुमकिन है  कब...

Read Free

नजायज रिश्ते - भाग 14 By Gurwinder sidhu

,कमल ओर जोत अभी भी इक दूसरे से चिपके हुए थे।कमल के साथ जोत का पूरा जोबन और भी खिल चुका था। जोत का गोरा गोरा बदन और भी ज्यादा मीठी मीठी खुशबू खिलार रहा था। कमल ने भी नसे की हालत में...

Read Free

नुसरत - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग 4 “वास्तव में यह बात खुली ऐसे कि, एक बार ऐसी ही एक पार्टी में झगड़ा हो गया। सब के सब नशे में तो थे ही। उनकी गाली-गलौज, हुड़दंग से पड़ोसी जाग भी सकते हैं, उन सब ने ऐसा सोच...

Read Free

लागा चुनरी में दाग़--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

और जब डाक्टर सतीश ने अमोली को वहाँ देखा तो वो उससे बोले... "अमोली! तुम और यहाँ" "हाँ! सतीश! मैं ही हूँ",अमोली सतीश से बोली... "लेकिन तुम तीन चार सालों से कहाँ थी"?,सतीश ने अमोली से...

Read Free

भूले नहीं भूली जाती By SARWAT FATMI

आंखे नम हैँ ज़ुबान लड़खड़ा रही हैँ शायद कुछ कहना हैँ ,पर जज़्बातों ने रोक लिया ,क्यों  ??? पता नहीं जिंदगी युही चलती रहेगी और ज़स्बात मेरे दिल के किसी कोने मे दबी रह जाएगीरातों मे तेरी...

Read Free

आज़ादी एक सच या झूठ? By Sanket Gawande

आज देश को आज़ाद हुए पूरे 78 साल हो गए। लेकिन क्या हम वाकई आज़ाद हैं? क्या हमारी बेटियाँ, हमारी बहनें, इस देश में सुरक्षित महसूस करती हैं? कोलकाता की हालिया घटना ने हमारे समाज के भी...

Read Free

मीरा प्रेम का अर्थ - 2 - अतीत की धुंधली तस्वीरें By sunita maurya

माधव उन दोनो को एक टक देखे जा रहा था....वो काफी हेरानी से देख रहा था....उसके सामने 2 लड़कियां थी जो बेहोश हालत में थी...उसमे से एक लड़की जिसपर उसकी नज़र टिकी हुई थी... .. ....कुछ स...

Read Free

सौतेली माँ से माँ बनने का सफर...... भाग - 6 By Tripti Singh

एक महीने बाद एक महीना बीत चुका था त्रिवेणी और शिवराज जी के विवाह को इन महीना में त्रिवेणी ने अखंड के साथ-साथ उस घर को भी बहुत अच्छे संभाल लिया था। जिसे देखते हुए बुआ जी भी अब अपने...

Read Free